RBI CIBIL Score New Rule: 25 जुलाई से लागू हुए नए नियम | क्या है पूरा मामला?
RBI CIBIL Score New Rule: 25 जुलाई से लागू हुए नए नियम
क्या है नया नियम?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 25 जुलाई 2025 से क्रेडिट स्कोर से जुड़ी पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब बैंकों और NBFCs को यह अनिवार्य होगा कि वे जब भी आपका CIBIL या अन्य क्रेडिट स्कोर देखें, तो उसका विवरण आपके साथ साझा करें — चाहे लोन पास हो या न हो।
इन नियमों के अंतर्गत:
- लोन अप्लाई करने के बाद अगर क्रेडिट रिपोर्ट देखी जाती है, तो ग्राहक को स्कोर की जानकारी देना जरूरी होगा।
- अगर लोन रिजेक्ट होता है, तो रिजेक्शन का कारण भी देना पड़ेगा।
- CIBIL, CRIF, Experian या Equifax – किसी भी ब्यूरो का स्कोर हो, बैंक को बताना होगा।
- इससे ग्राहकों को पारदर्शिता मिलेगी और गलत स्कोर के कारण रिजेक्शन से बचा जा सकेगा।
CIBIL स्कोर क्या होता है?
CIBIL स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है (300 से 900 के बीच) जो यह बताती है कि आपका क्रेडिट रिकॉर्ड कितना अच्छा है। इसे ट्रांसयूनियन सिबिल नामक कंपनी बनाती है। स्कोर जितना ज्यादा होगा, आपको लोन मिलने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
स्कोर की श्रेणियाँ:
- 750–900: Excellent – लोन स्वीकृति की संभावना अधिक
- 650–749: Good – लोन मिल सकता है
- 550–649: Average – ब्याज दर अधिक हो सकती है
- 300–549: Poor – लोन रिजेक्ट होने की संभावना
CIBIL स्कोर कैसे बढ़ाएं?
- क्रेडिट कार्ड बिल समय पर भरें
- लोन की EMI कभी मिस न करें
- पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करें
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन 30% से कम रखें
निष्कर्ष:
RBI का यह कदम आम उपभोक्ताओं के हित में है। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और बैंकों द्वारा क्रेडिट स्कोर के गलत उपयोग पर रोक लगेगी। यदि आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि आपका CIBIL स्कोर क्या है और बैंक किस आधार पर निर्णय ले रहा है।
Source: Reserve Bank of India Notification
Post by: Bihar Wala Bhaiya 13
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