संदेश

जुलाई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): इतिहास, फायदे, खतरे और नौकरियों पर असर (2025)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हिंदी में: इतिहास, फायदे, खतरे और नौकरियों पर असर क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारा भविष्य बनाएगा या नौकरियाँ छीन लेगा? इस लेख में AI की शुरुआत, फायदे, नुकसान, प्रकार, IIT पर असर और आम आदमी के लिए खतरे को विस्तार से समझें। AI की शुरुआत और इतिहास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की जड़ें 1956 के डार्टमाउथ कॉलेज की कॉन्फ्रेंस से जुड़ी हैं, जहाँ पहली बार “मशीन को इंसानों की तरह सोचने” की कल्पना रखी गई। शुरुआत में कंप्यूटर केवल जोड़-घटाना और छोटे प्रोग्राम कर सकते थे। लेकिन जैसे-जैसे डेटा, इंटरनेट और प्रोसेसिंग पावर बढ़ा, AI भी स्मार्ट होता गया। 1980 और 1990 के दशक में AI रिसर्च को झटका भी लगा, जिसे AI Winter कहा गया। लेकिन 2010 के बाद से मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीक ने इसे फिर से तेज़ी दी। आज AI हमारे मोबाइल से लेकर अंतरिक्ष तक हर जगह मौजूद है। AI के प्रकार (Types of AI) Narrow AI (कमज़ोर AI): जो केवल एक खास काम करता है। जैसे – Google Translate, Siri, Alexa। General...

Bihar, Bihari, Marathi language issue, Maharashtra discrimination, Bihari pride, Raj Thackeray, MNS attack, North Indian struggle, Bihari migrants,

चित्र
Marathi Nahi Bolne Par Bihariyon Ko Nikala Gaya? Sach Samne Lao! ❗ क्या सिर्फ मराठी न बोलने पर बिहारी को निकाला जा रहा है? सोचिए! जब कोई मेहनत करने वाला बिहार से बाहर जाता है, तो वह सिर्फ रोज़गार नहीं बल्कि सम्मान भी ले जाता है। लेकिन महाराष्ट्र में कई बार बिहारी समुदाय को सिर्फ इस वजह से टारगेट किया गया है क्योंकि वे मराठी नहीं बोलते । 📅 कब-कब ये घटनाएं हुईं? 2008: राज ठाकरे (MNS) ने उत्तर भारतीयों के खिलाफ बयान दिया। रेलवे परीक्षा देने आए छात्रों पर हमला हुआ। 2010–2013: नौकरी और ऑटो परमिट में मराठी भाषा अनिवार्य की गई। बिहारी मजदूरों को साइडलाइन किया गया। 2020: लॉकडाउन के दौरान लाखों बिहारी मजदूर महाराष्ट्र से पैदल बिहार लौटे। सिस्टम ने उन्हें अनदेखा किया। 2023–2024: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज़ में बिहारी लोगों को मराठी बोलने की धमकी दी गई। ❌ आवाज़ क्यों नहीं उठती? 😶 डर का माहौल – नौकरी या रेंट खोने का डर 📺 मीडिया का मौन – TRP ना मिले तो मुद्दा गायब 🪧 नेताओं की चुप्पी – वोट बैंक का डर 📉 समाज में एकता की कमी ...

बिहार के लड़के ने कबाड़ से बनाया विमान, वायरल वीडियो ने उड़ाई सबके होश

चित्र
बिहार के लड़के ने कबाड़ से तैयार किया उड़ने वाला विमान – बिना किसी ट्रेनिंग, सिर्फ जुनून से रचा इतिहास! #Bihar #ViralBoy #MadeInScrap #JugaadInnovation #NewsWithTN ✈️ एक नज़ीर जिसने देश को चौंका दिया बिहार के एक छोटे से गांव से आने वाले एक होनहार युवक ने वो कर दिखाया जो शायद इंजीनियरिंग स्टूडेंट भी सोचकर ही छोड़ देते हैं। इस लड़के ने किसी भी औपचारिक प्रशिक्षण या तकनीकी शिक्षा के बिना सिर्फ अपने दिमाग, हाथों और कबाड़ में पड़े सामान का उपयोग करते हुए एक वास्तविक विमान बना डाला। 🛠️ कैसे हुआ ये मुमकिन? इस लड़के ने पुराने स्कूटर, लोहे की चादरें, साइकिल के पहिए, लकड़ी और स्क्रैप इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग कर एक सिंगल-सीटर एयरक्राफ्ट तैयार किया। उसे न कोई लैब मिली, न कोई टीम — बस एक सपना था, उड़ने का। वीडियो में देखा जा सकता है कि एयरक्राफ्ट ज़मीन पर सही ढंग से मूव करता है, और कुछ हद तक टेक-ऑफ जैसी कोशिशें भी करता है। 📽️ वायरल वीडियो से मिली पहचान हालांकि अब तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि यह विमान पूरी तरह से उड़ान भरता है या नहीं, लेकिन इस लड़के का ...

"ये हैं वो 28 Rare Earth Oxides, जिनसे चलता है EV रिवोल्यूशन"

चित्र
🇮🇳 भारत बनाम 🇨🇳 चीन – EV War (इलेक्ट्रिक व्हीकल युद्ध) | Case Study 🔥 प्रस्तावना: 21वीं सदी की सबसे तेज़ी से बढ़ती टेक्नोलॉजी में से एक है Electric Vehicles (EVs) । आज EV सिर्फ वाहन नहीं, बल्कि साफ-सुथरे, स्मार्ट और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट का प्रतीक बन चुके हैं। इस दौड़ में दो बड़े एशियाई देश आमने-सामने हैं – भारत और चीन । 🇨🇳 चीन: EV में वर्ल्ड लीडर क्यों? सरकारी सपोर्ट: भारी सब्सिडी, सस्ते लोन और EV निर्माण के लिए ज़मीन उपलब्ध कराना। बड़े ब्रांड्स: BYD, NIO, Xpeng जैसे घरेलू ब्रांड्स का तेज़ विकास। बैटरी टेक्नोलॉजी: चीन लिथियम-आयन बैटरी निर्माण में अग्रणी है (CATL दुनिया की सबसे बड़ी बैटरी कंपनी)। एक्सपोर्ट फ़ोकस: चीन अपने EVs यूरोप, एशिया और अफ्रीका तक निर्यात कर रहा है। 🇮🇳 भारत: Make in India के साथ EV क्रांति FAME स्कीम: सरकार की EV पर केंद्रित नीति। घरेलू ब्रांड्स: Ola Electric, Ather, Tata Motors का तेज़ विकास। बदलता यूज़र बिहेवियर: पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों और जागरूकता के कारण EV की डिमांड बढ़ रही है। स्थानीय बै...

Ahmed Ali Asamgat Me Kaun Hai? | जानिए पूरी सच्चाई और भूमिका

चित्र
🚴‍♂️ Ahmed Ali – Assam ka Shiksha Nayak Ek rickshaw chalak jinhone apni mehnat se 9 school banaye 📍 Kaun hai? Ahmed Ali, Assam ke Karimganj (ya Sribhumi) ke ek rickshaw puller hain, jinhone apni mehnat aur samarpan se 9 school 🏫 Kya kiya? Apni zameen bechkar aur rickshaw ki kamai se 3 Lower Primary , 5 Middle English Medium aur 1 High School banaye. In schoolon me aaj 500+ ladkiyan 100+ ladke 🎯 Maksad: Gareeb bacchon ko shiksha dena taaki unka bhavishya sudhare aur wo bhi ek acchi zindagi jee sakein. 🌟 Pehchaan: Ahmed Ali ki kahani ne 2025 ke Republic Day Modi ne "Mann Ki Baat" me bhi unka zikr kiya. 📌 सारांश: Kaun hai: Assam ke Karimganj ke ek rickshaw-wale jo samaj seva ke liye jaani jaate hain. Kya kiya: 9 schools banaye apne kharche par. Pehchaan: Republic Day aur PM Modi ke "Mann Ki Baat" tak pahunch. 📺 Video: YouTube...

स्मार्ट मीटर में 125 यूनिट तक फ्री बिजली: उपभोक्ताओं के लिए राहत योजना 2025

चित्र
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को राहत: 125 यूनिट तक बिजली खपत पर रिचार्ज की नहीं जरूरत नई दिल्ली: बिजली वितरण कंपनियों (DISCOMs) ने स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। अब यदि उपभोक्ता की खपत 125 यूनिट तक है, तो उन्हें तत्काल रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह फैसला खासतौर पर घरेलू उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। क्या है योजना? स्मार्ट मीटर से लैस उपभोक्ताओं की यदि मासिक खपत 125 यूनिट से कम है, तो सिस्टम खुद से उन्हें कुछ दिनों की छूट देगा ताकि वे समय पर रिचार्ज कर सकें। यह प्रक्रिया स्वचालित है और किसी मैनुअल कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती। कितना आता है 125 यूनिट में? औसतन ₹6 प्रति यूनिट की दर से, 125 यूनिट का बिल = ₹750 यदि सब्सिडी योजना लागू हो, तो ₹4 प्रति यूनिट पर = ₹500 कुछ राज्यों में 100 यूनिट तक फ्री बिजली की सुविधा भी मिलती है, जिससे कुल बिल ₹200 या उससे कम हो सकता है। किस शहर में कितने स्मार्ट मीटर? शहर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता 125 यूनिट से कम खपत वाले% ...

RBI CIBIL Score New Rule: 25 जुलाई से लागू हुए नए नियम | क्या है पूरा मामला?

चित्र
🔊 सुनें (Listen) ⏹️ रोकें (Stop) RBI CIBIL Score New Rule: 25 जुलाई से लागू हुए नए नियम क्या है नया नियम? भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 25 जुलाई 2025 से क्रेडिट स्कोर से जुड़ी पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब बैंकों और NBFCs को यह अनिवार्य होगा कि वे जब भी आपका CIBIL या अन्य क्रेडिट स्कोर देखें, तो उसका विवरण आपके साथ साझा करें — चाहे लोन पास हो या न हो। इन नियमों के अंतर्गत: लोन अप्लाई करने के बाद अगर क्रेडिट रिपोर्ट देखी जाती है, तो ग्राहक को स्कोर की जानकारी देना जरूरी होगा। अगर लोन रिजेक्ट होता है, तो रिजेक्शन का कारण भी देना पड़ेगा। CIBIL, CRIF, Experian या Equifax – किसी भी ब्यूरो का स्कोर हो, बैंक को बताना होगा। इससे ग्राहकों को पारदर्शिता मिलेगी और गलत स्कोर के कारण रिजेक्शन से बचा जा सकेगा। CIBIL स्कोर क्या होता है? CIBIL स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है (300 से 900 के बीच) जो यह बताती है कि आपका क्रेडिट रिकॉर्ड कितना अच्छा है। इसे ट्रांसयूनियन सिबिल नाम...

"बिहार चुनाव 2025: RJD, JDU, BJP और AIMIM के बीच कांटे की टक्कर, किसकी होगी जीत?"

चित्र
📌 बिहार चुनाव 2025: पार्टियों में मची हलचल, AIMIM भी मैदान में बिहार चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जनता दल यूनाइटेड (JDU), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और AIMIM समेत सभी प्रमुख दल तैयारियों में जुट गए हैं। RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और इस बार युवाओं को ध्यान में रखकर घोषणापत्र जारी किया जाएगा। वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने विकास और सुशासन के मुद्दों पर फोकस करने का ऐलान किया है। BJP ने भी अपने संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय कर दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों की तैयारी चल रही है। AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिहार में पूरी ताकत से चुनाव लड़ने की घोषणा की है और सीमांचल क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने का दावा किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2025 का चुनाव त्रिकोणीय नहीं बल्कि चतुष्कोणीय हो सकता है जिसमें AIMIM एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है। नवीनतम अ...

USA Earns 2nd Place at the 66th International Mathematical Olympiad 2025

चित्र
USA Earns Second Place at 66th International Mathematical Olympiad USA Earns Second Place at 66th International Mathematical Olympiad In a remarkable performance, the United States secured second place at the 66th International Mathematical Olympiad (IMO) held in July 2025. The team of brilliant high school students demonstrated exceptional problem-solving skills and mathematical talent, outperforming over 100 countries globally. The IMO is the world's most prestigious math competition for pre-university students. Each year, it brings together the brightest minds to solve complex mathematical problems under time constraints. This year’s contest saw particularly challenging problems, and the USA team excelled with multiple gold and silver medals. 🇺🇸 USA’s Past Achievements at IMO: 🥇 1994 – 1st Place 🥇 2015 – 1st Place 🥇 2016 – 1st Place 🥇 2018 – 1st Place 🥇 2019 – 1st Place 🥇 2021 – 1st Place ...